Sunday, March 15, 2015

श्री नारायण देसाई का देहावसान

महान गांधीवादी, दार्शनिक और आज के जमाने के आदर्श पुरुष श्री नारायण देसाई के देहावसान की खबर दुखी कर गयी. आज जब ऐसे व्यक्तित्व विरले ही बचे हैं तो उनका जाना सबसे अधिक चोट पहुंचानेवाली घटना है. वह सिर्फ गांधी जी के सचिव स्व महादेव देसाई के पुत्र ही नहीं थे बल्कि अपने आप में एक विलक्षण और धनी प्रतिभा के मालिक भी थे. अब से कुछ पांच वर्ष से अधिक हुए जब 2009 की मई महीने में हम उनके साथ 'दांतेवाड़ा न्याय एवं शांति यात्रा' में (संलग्न चित्र में मध्य में नारायण देसाई)  लगभग चार दिनों तक उनके साथ रहे और जीवन और समाज के  मूल्यवान दर्शनों को सुनने जानने का मौक़ा मिला। आज की परिस्थिति में तो उनकी सख्त जरुरत थी पर प्रकृति के नियमो के आगे हम विवश हैं. 


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